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दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने एक बार फिर से दिल्ली नगर निगम के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। मालीवाल का कहना है कि स्कूलों की स्थिति बेहद खराब है। मालीवाल का कहना है कि जिस भवन में एमसीडी ने ही बोर्ड लगा कर लोगों से भवन क्षतिग्रस्त होने के कारण दूर रहने का अनुरोध किया गया हो उस भवन में स्कूल कैसे हो सकता है। इस निरीक्षण का भाजपा अलग ही मतलब निकाल रही है। भाजपा का कहना है कि एक संवैधानिक पद पर बैठा अधिकारी कैसे राजनीति रंग में डुब सकता है। भाजपा को लगता है कि जैसे केजरीवाल सरकार की कमियों को गिनवाने के लिए उसने पोल खोल अभियान चलाया है वैसे ही अरविंद केजरीवाल स्वाति मालिवाल का इस्तेमाल निगम के स्कूलों को बदनाम करने में लगे हुए हैं।
निगम के स्कूलों का अचानक निरीक्षण करने निकली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल



दरअसल, दिल्ली महिला आयोग ने हाल ही में दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित एक स्कूल में लड़कियों के साथ यौन शोषण के गंभीर मामले के बाद स्कूलों में छात्राओं की सुरक्षा की स्थिति की जांच शुरू की थी। दिल्ली महिला आयोग की टीम ने 20 मई और 21 मई 2022 को 4 एमसीडी स्कूलों – भाई मंदीप नागपाल निगम विद्यालय, अरुणा नगर (उत्तर), निगम प्रतिभा सह शिक्षा विद्यालय, केवल पार्क (उत्तर), पूर्वी दिल्ली नगर निगम प्रतिभा विद्यालय, मुस्तफाबाद (पूर्वी), दक्षिण दिल्ली नगर निगम प्राथमिक सह बाल बालिका विद्यालय, संजय कॉलोनी, भाटी माइंस (दक्षिण) का औचक निरीक्षण किया।
इस निरीक्षण के बाद महिला आयोग की टीम का कहना है कि स्कूलों की स्थिति दयनीय, असुरक्षित और चिंताजनक थी। आयोग ने पाया कि प्रत्येक स्कूल के गेट खुले थे और स्कूलों में सुरक्षा गार्ड नहीं थे। अरुणा नगर के स्कूल में नशा करने वाले लोग कई बार स्कूल परिसर में घुस जाते हैं और अधिकारियों को धमकाते हैं | केवल पार्क के स्कूल में इस्तेमाल की गई सीरिंज, ड्रग्स, सिगरेट के डिब्बे, गुटखा के रैपर और यहां तक कि टूटी हुई शराब की बोतलें देखकर आयोग हैरान रह गया। आयोग ने इस मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, “मैं दिल्ली नगर निगम के स्कूलों की निराशाजनक स्थिति को देखकर स्तब्ध हूं। ये स्कूल डरावने घर जैसे हैं जहां छात्र और शिक्षक बेहद असुरक्षित हैं। बिना सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी के स्कूल कैसे चल सकता है? जिस भवन में एमसीडी ने ही बोर्ड लगा कर लोगों से भवन क्षतिग्रस्त होने के कारण दूर रहने का अनुरोध किया गया हो उस भवन में स्कूल कैसे हो सकता है।
मालीवाल का कहना है कि आज की दुनिया में एमसीडी ऐसे स्कूल चला रही है जहां लड़कियों को खुले में शौच के लिए मजबूर किया जाता है! ये कैसा स्वच्छ भारत अभियान है ! यह स्थिति बहुत ही चिंताजनक है और बच्चों के भविष्य की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है। मैंने इस मामले में दिल्ली नगर निगम आयुक्त को नोटिस जारी किया है। स्थिति में तत्काल सुधार होना चाहिए और स्कूलों की ऐसी निराशाजनक स्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।”