आइए इस बार फूलों की घाटी की सैर हो जाए, 1 जून से सैलानियों के लिए खुलेगी

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पूरे देश में इस समय घूमने का सीजन शुरू हो चुका है। स्कूलों में भी अब गर्मियों की छुट्टी होने की डेट भी घोषित कर दी गई है। कई प्रदेशों में तो गर्मियों की छुट्टी हो चुकी हैं। तेज गर्मी और व्यस्त भरे जीवन में कुछ दिन सुकून से गुजारने चाहते हैं तो आइए उत्तराखंड आपका इंतजार कर रहा है। वैसे राज्य में पर्यटन और धार्मिक स्थलों की कोई कमी नहीं है। मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, धनोल्टी और औली की हरी-भरी मनोहर वादियां मन मोह लेती हैं । इसके साथ ऋषिकेश, हरिद्वार, गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ ऐसे धार्मिक पर्यटन स्थल है जहां इन दिनों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। अगर गर्मियों की छुट्टी में प्राकृतिक और अद्भुत छटा देखने चाहते हो तो आइए फूलों की घाटी आपका इंतजार कर रही है। सैलानियों के लिए इस बार फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क के गेट 1 जून से खुलने जा रहा है। विश्व धरोहर में शुमार फूलों की घाटी सैलानियों को हमेशा आकर्षित करती रही है। यहां हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश से पर्यटक आते हैं। फूलों की घाटी अपनी सुंदरता के लिए पूरे विश्व में विख्यात है। 87.5 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली फूलों की घाटी में हर 15 दिनों में अलग-अलग प्रजाति के फूल खिलते हैं, जिससे हर बार घाटी का रंग बदल जाता है। शीतकाल में बर्फ से ढंकी घाटी में इन दिनों बर्फ पिघलने के साथ ही सीजनल फूल खिलने लगे हैं। यह चमोली जिले में स्थित है। बता दें कि जोशीमठ विकास खंड के गोवदघाट से तीन किमी पुलना सड़क मार्ग और फिर यहां से 13 किमी पैदल चलकर फूलों की घाटी के बेस कैंप घांघरिया पहुंचा जाता है। यहां से तीन किमी पैदल चलकर फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क पहुंच सकते हैं।