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हाल हीं के दिनों में ट्विटर के नए मालिक बने एलन मस्क ने कल मंगलवार को फाइनेंशियल टाइम्स फ्यूचर ऑफ द कार की एक कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए यह घोषणा की है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर ट्विटर द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को जल्द हीं ट्विटर के द्वारा हटाया जाने वाला है। हालांकि, ट्विटर की तरफ से अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं आई है।
बता दें कि ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट पर बैन लगा दिया था। पूर्व राष्ट्रपति के अकांउट पर बैन उस वक्त लगाया गया था, जब अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में थे। ट्विटर ने अपनी नीतियों का उल्लंघन करने का हवाला देते हुए ट्रंप के अकाउंट पर बैन लगाया था।
कॉन्फ्रेंस के दौरान बात करते हुए एलन मस्क ने कहा की, ‘परमानेंट बैन अत्यंत दुर्लभ होना चाहिए। ये उन अकाउंट्स पर लगाया जाना चाहिए, जो बॉट, स्कैम या स्पैम अकाउंट हों। मुझे लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप पर बैन लगाना सही नहीं था।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि ये एक भूल थी, क्योंकि इसने देश के एक बड़े हिस्से को अलग-थलग कर दिया और अंततः डोनाल्ड ट्रंप की आवाज को दबा दिया गया।’
आखिर क्यों लगाया गया था डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट पर बैन?
अमेरिकी संसद पर ट्रंप के समर्थकों के हमले के बाद ट्विटर ने जनवरी 2021 में पूर्व राष्ट्रपति के अकाउंट पर परमानेंट बैन लगा दिया था। कंपनी ने कहा था कि उसने 6 जनवरी को संसद पर हुए हमले के बाद हिंसा के और अधिक भड़कने के खतरे को देखते हुए बैन लगाने का फैसला किया है। उस समय ट्रंप के ट्विटर पर 8 करोड़ से ज्यादा फॉलोवर्स थे। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मिली अपनी हार को ट्रंप मान नहीं पा रहे थे। इस वजह से उन्होंने ट्विटर के जरिए अपने समर्थकों को अमेरिकी संसद का घेराव करने को कहा। उनके समर्थकों ने फिर संसद में हिंसा की। वहीं, ट्रंप ने हिंसा की निंदा करने के बजाय समर्थकों को क्रांतिकारी बताया। ट्रंप के ट्वीट से हिंसा भड़कने की संभावना को देखते हुए उनके अकाउंट पर बैन लगा दिया गया।