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पिछले दिनों से भरतीय राजनीति में तजिंदर पाल सिंह बग्गा का नाम काफी जोर शोर से चर्चा में चल रहा है। 6 मई को उनके साथ हुए फूल डे ड्रामा सबने देखा ही। जिस तरह से दिल्ली, हरियाणा और पंजाब पुलिस एक दूसरे के सामने आकर खड़ी हो गई, उसे पंजाब हाई कोर्ट ने लोकतांत्रिक देश में गैरकानूनी बताया है। लेकिन एक बार फिर से तजिंदर बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों एक-दूसरे के आमने सामने आ गई है।
दरअसल भाजपा के कई नेताओं ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। खुद दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल ने ट्वीट कर कहा कि पंजाब उच्च न्यायालय ने मेरी गिरफ्तारी पर रोक लगाने के बाद तजिंदर बग्गा की गिरफ्तारी पर भी अगली सुनवाई तक रोक लगा दिया है। बग्गा के केस में अगली सुनवाई 10 मई को होना है। लेकिन आम आदमी पार्टी द्वारा इस पूरे मामले में एक अलग ही नैरेटिव चलाई जा रही है।


आप मीडिया प्रमुख विकास योगी ने कहा कि बग्गा को हाई कोर्ट की ओर से कोई राहत नहीं दी गई है। पंजाब पुलिस ने कोर्ट में कहा है कि 10 मई सुबह 11 बजे तक हम बग्गा को गिरफ्तार नहीं करेंगे। जबकि गिरफ्तारी पर कोर्ट ने कोई रोक नहीं लगाई है। जबकि बग्गा मामले में एक अन्य सुनवाई में मोहाली कोर्ट ने 6 तारीख को हुए विवाद पर कहा कि दिल्ली और हरियाणा पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई गैर कानूनी थी। मोहाली कोर्ट ने बग्गा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
आप नेता आतिशी ने ट्वीट कर कहा कि जगजाहिर है कि भाजपा गुंडागर्दी करने और दंगे भड़काने वालों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। हलांकि जब से आप पार्षद ताहिर हुसैन को अदालत ने दिल्ली दंगों का मुख्य दोषी करार दिया है तबसे भाजपा हमलावर है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि अब तो अदालत भी मान लिया कि दिल्ली में दंगे भड़काने और हिंदुओं की हत्या कर उनकी सम्पतियों में आग लगाने का काम ताहिर हुसैन और उसके साथियों ने किया है। अदालत के फैसले के बाद भी दंगाइयों और गुंडों को संरक्षण देने का काम केजरीवाल सरकार कर रही है।