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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन किया। पीएम मोदी इस संग्रहालय को पूरा करने के लिए 4 वर्षों से स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे थे। यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट भी रहा है। ‘संग्रहालय में देश के प्रधानमंत्रियों के जीवन व योगदानों के जरिए आजादी के बाद के भारत की कहानी दर्ज की गई है, संग्रहालय में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी तक के जीवन दर्शन के बारे में नई पीढ़ी जान सकेगी’। इसके साथ प्रधानमंत्री संग्रहालय में संविधान की भी जानकारी हो सकेगी। दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित प्रधानमंत्री संग्रहालय का पहला टिकट पीएम मोदी ने ही खरीदा । उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने यहां संबोधित करते हुए कहा कि भावी पीढ़ी के लिए ये प्रेरणा को स्रोत बनेगा। पीएम मोदी ने कहा कि इस संग्रहालय में जितना अतीत है, उतना ही भविष्य भी है।













ये संग्रहालय देश के लोगों को बीते समय की यात्रा करवाते हुए, नई दिशा-नए रूप में भारत की विकास यात्रा पर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय आजादी के बाद देश के प्रत्येक प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि है, चाहे उनका कार्यकाल जो भी रहा हो और चाहे उनकी जो भी विचारधारा रही हो। बता दे कि संग्रहालय का उद्देश्य युवा पीढ़ी को नेतृत्व, दूरदृष्टि और देश के सभी प्रधानमंत्रियों की उपलब्धियों के बारे में संवेदनशील बनाना और प्रेरित करना है। करीब 271 करोड़ रुपये की लागत से बने इस म्यूजियम में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन दर्शन को विस्तार से संग्रहीत किया गया है। केंद्र सरकार ने इसे 2018 में मंजूरी दी थी। चार साल के भीतर ये बनकर तैयार हो गया। ये संग्रहालय नेहरू म्यूजियम में करीब 10 हजार वर्ग मीटर की जमीन पर बना है।