राष्ट्रीय पर्यटन दिवस आज: जाने कब, क्यों और किस लिए मनाया जाता है राष्ट्रीय पर्यटन दिवस

JOIN OUR WHATSAPP GROUP
पर्यटन के क्षेत्र में भारत की एक अलग पहचान है। यहां एक ही राज्य में अलग अलग संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर और प्राकृतिक खूबसूरती देखने को मिल जाती है, तो ऐसे में समुचित भारत में कई खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं, जो विश्व को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।








भारत के कुछ पर्यटन स्थल तो विदेशों तक में इतने मशहूर हैं कि जब कोई विदेशी भारत आता है तो वहां जरूर घूमने जाना चाहता है। इन्हीं पर्यटन स्थलों की विशेषताएं और खूबसूरती के दुनियाभर में प्रचार प्रसार के हर वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है। देश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन का बड़ा योगदान है। हर वर्ष पर्यटन से करोड़ों लोगों को रोजगार मिलता है। वहीं भारत की ऐतिहासिकता, खूबसूरती और संस्कृति का प्रसार भी होता है। भारत में कश्मीर से कन्याकुमारी तक कई शानदार पर्यटन स्थल हैं लेकिन कुछ ऐसे भी स्थल हैं जो विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। भारत के पर्यटक स्थल दिल्ली, गोवा, राजस्थान, धर्मशाला,मनाली, जैसे पर्यटक स्थल भारत के बाहर भी लोगों के बीच अपनी शानदार और मेहमान नवाजी के लिए काफी प्रसिद्ध है।






आइए जानते हैं कि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस कब क्यों और किस लिए मनाया जाता है।
राष्ट्रीय पर्यटक दिवस मनाने का उद्देश्य :
इस दिन को राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की शुरुआत लोगों को पर्यटन का महत्व और भारतीय अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हुई थी। वैश्विक समुदायों के बीच पर्यटन और इसके सामाजिक, राजनीतिक, वित्तीय और सांस्कृतिक मूल्य के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।










पर्यटन दिवस का इतिहास:
वैसे तो पूरी दुनिया में विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को मनाया जाता है लेकिन भारत का पर्यटन दिवस 25 जनवरी को होता है। भारत में इस दिन की शुरुआत 1948 में की गई थी, जब देश आजाद होने के बाद भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया।
इसके तीन साल बाद यानी 1951 में कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों में बढ़ोतरी की गई। दिल्ली, मुंबई के अलावा कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन कार्यालय बनाए गए। साल 1998 में पर्यटन और संचार मंत्री के अंतर्गत पर्यटन से एक विभाग जोड़ा गया था।