रूसी राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा अहम, दुनिया की निगाहें टिकीं, राइफल सौदे पर लगेगी मुहर

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज 21वें भारत-रूस वार्षिक बैठक में भाग लेने भारत यात्रा पर पहुंचेंगे।
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और पुतिन के बीच हैदराबाद हाउस में शाम को होने वाली बैठक पर दुनिया की निगाहें टिकी हैं।
बता दें की हिंद-प्रशांत क्षेत्र, क्वाड और अफगानिस्तान पर दोनों देशों के बीच जारी मतभेद और चीन-भारत तनाव के बीच पुतिन की इस यात्रा को काफी खास महत्व दिया जा रहा है।
पुतिन की यात्रा के दौरान दोनो देशों के बीच कई बड़े रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होंने की संभावना बनी है। इस दौरान दोनों देशों के बीच अगले दस साल तक रक्षा सहयोग जारी रखने और इसके लिए फ्रेमवर्क बनाने पर मुहर लगेगी। रक्षा सहयोग के लिए रेसिप्रोकल एक्सचेंज ऑफ लॉजिस्टिक एग्रीमेंट पर भी सहमति बनेगी। इसके अलावा सतह से हवा में मार करने वाली आधुनिकतम मिसाइल प्रणाली इग्ला-एस शॉल्डर फायर्ड मिसाइल सौदे पर भी बातचीत होगी।
वहीं विदेश मंत्रालय की ओर से जारी जानकारी में बताया गया है कि सोमवार को वार्ता की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूसी रक्षा मंत्र सर्गेई शोयगु के बीच बैठक से होगी।
पुराने रिश्तों को खाश अहमियत देना चाहते हैं दोनों देश:
दोनों देशों में मुद्दों पर मतभेद के बावजूद दोनों देश पुराने रिश्तों में मजबूती लाना चाहते हैं। भारत ने इस यात्रा से पहले एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली सौदे पर आगे बढ़ते हुए परोक्ष रूप से अमेरिका को कड़ा संदेश दिया है। अमेरिका ने इस सौदे पर आगे बढ़ने पर भारत के खिलाफ कदम उठाने की चेतावनी दी थी लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि देश की रक्षा के मामले में वह किसी देश के दबाव में नहीं झुकने वाला। भारत रूस से कई अहम रक्षा खरीद सौदों को मंजूरी देकर साफ कर देना चाहता है दोनों देश के संबंध खास हैं।
इस दौरे में रूसी राष्ट्रपति दोनों देश ले बीच 5 हजार करोड़ सेे अधिक के एके-203 असॉल्ट राइफल सौदे पर मुहर लगाएंगे। पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिसाइल रक्षा प्रणाली एस-400 का मॉडल उपहार स्वरूप सौंपेगे। रूस द्वारा भारत को इस रक्षा प्रणाली की आपूर्ति के प्रतीक के रूप में ये मॉडल सौंपा जाएगा।