
आज अमेरिका के विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन अपने दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचने वाले हैं।
अमेरिकी विदेशमंत्री के इस दौरे में अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात, हिंद-प्रशांत में संपर्कों को बढ़ावा देना और कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है।
इस दौरान ब्लिंकन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगे साथ हीं बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
बता दें कि जो बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद ब्लिंकन का यह पहला भारत का दौरा है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के भारत दौरे में बातचीत के मुख्य एजेंडे में पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को फंडिंग, दहशतगर्दों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बनने एवं अमेरिकी फौजों के छोड़ने के बाद अफगानिस्तान में हालात हैं, जिन पर विशेष रूप से चर्चा होगी।
वहीं सूत्रों के अनुसार 27 जुलाई से शुरू हो रहे ब्लिंकन के दो दिवसीय भारत दौरे में चार देशों के समूह क्वाड के ढांचे के तहत मजबूत गठजोड़ बनाने पर प्रमुख रूप से चर्चा होगी। इसी के तहत साल के अंत तक क्वाड देशों जिसकी सूची में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं उनके विदेश मंत्रियों की संभावित बैठक भी होनी है।
दोनों पक्ष क्वाड टीका पहल को आगे बढ़ाएंगे, ताकि भारत में बनाए जाने वाले टीकों को हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को 2022 के शुरुआत में आपूर्ति की जा सके।
छात्रों, पेशेवरों की अंतरराष्ट्रीय आवाजाही को आसान बनाने पर भी हो सकती है बातचीत:
पैर की विदेश मंत्री के साथ बैठक में भारत स्वास्थ्य प्रोटोकॉल को बनाए रखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रा की सिलसिलेवार बहाली के लिए भी बातचीत की जाएगी। इसके अलावा विशेष रूप से छात्रों, पेशेवरों, कारोबारियों की आवाजाही को सुगम बनाने और कोरोना महामारी के चलते अपनों से दूर होने वाले लोगों को परिवारों से मिलाने के मुद्दों पर ब्लिंकन के साथ चर्चा की जाएगी।