
उत्तर प्रदेश में चिकित्सा-स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूती देने के लिए योगी सरकार जमीनी स्तर पर उसने स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के प्रयास कर रही है। इस प्रयास को और भी गति देने के लिए इस महीने जुलाई में राज्य सरकार नौ नए मेडिकल कॉलेजों का तोहफा जनता को देने जा रही है।
ऐसा यूपी के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब एक साथ इतनी बड़ी संख्या में नए मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया जायेगा। साथ हीं खाश बात यह है की इन सभी मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। ये नए मेडिकल कॉलेज देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर में बनकर तैयार हो चुके हैं।
बता दें की योगी के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 48 हो चुकी है। प्रदेश में 13 और मेडिकल कॉलेजों के निर्माण का काम तेज गति से किया जा रहा है। सरकार नए मेडिकल कॉलेजों में 70 प्रतिशत फैकल्टी का चयन भी कर चुकी है। इस माह जुलाई में प्रदेश में नौ नए मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद प्रदेश की जनता को चिकित्सा सुविधाएं मिलना और अधिक सुविधाजनक हो जाएगा। इन कॉलेजों में 450 से अधिक संकाय सदस्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैकल्टी में किये जाने वाली चयन प्रक्रिया में शुचिता और पारदर्शिता के साथ करने के निर्देश दिये हैं और मेरिट के आधार पर अच्छे शिक्षकों का चयन करने को कहा गया है।
वहीं राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को चुस्त दुरुस्त करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर भी बढ़ रहा है। प्रदेश में 441 ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जा रही है। इनमें से अब तक 131 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। प्रदेश में कुल 3500 स्वास्थ्य उपकेन्द्र, 1475 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं 399 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र संचालित हो चुके हैं। 5424 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर भी संचालित हैं।
साथ हीं यूपी में 06 नये सुपर स्पेशियलटी ब्लाक की स्थापना और गोरखपुर व रायबरेली में एम्स की स्थापना के साथ ओपीडी प्रारंभ हो चुकी है।