अमेरिका की डानेर्ला फ्रेजियर को जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या का वीडियो बनाने के साहसिक कार्य के लिए मिला पुलित्जर सम्मान

अमेरिका की18 साल के डार्नेला फ्रेजियर को 2020 में हुए मिनियापोलिस के पुलिस अधिकारी द्वारा अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या की घटना का वीडियो बनाने के लिए पुलित्जर प्राइज बोर्ड ने खास रूप से सम्मानित किया है।
2021 के प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार समारोह में फ्रेजियर का जिक्र करते हुए कहा गया है- डार्नेला फ्रेजियर ने जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या का वीडियो बनाने का साहसिक कार्य किया है। इस वीडियो के दुनिया के सामने आने के बाद पुलिस की क्रूरता का लोगों को पता चला। साथ ही सच को सामने लाने के लिए सिटीजन जर्नलिस्ट की अहम भूमिका का महत्व भी समझ में आया।
इसके साथ साथ मिनियापोलिस के स्टार ट्रिब्यून न्यूज़ चैनल को इस घटना के शानदार कवरेज के लिए पुरस्कार से नवाजा गया। जिसने लगातार ब्रेकिंग न्यूज श्रेणी के तहत इस समाचार को बढ़िया तरीके से पेश किया था।
क्या था जॉर्ज फ्लॉयड की मौत का मामला:
मई 2020 में 46 वर्षीय अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मिनियापोलिस में तब मौत हो गई थी जब एक पुलिसकर्मी ने जॉर्ज फ्लॉयड को इसलिए गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उस पर एक स्थानीय दुकान में नकली 20 डॉलर के नोट का इस्तेमाल करने का आरोप था। इस मामूली बात पर पुलिस कर्मी ने उसे पकड़ कर उसकी गर्दन जोर दे दबाए रखी। इससे उसकी मौत हो गई थी। एक वीडियो वायरल हुथा जिसमें देखा गया था कि मिनियापोलिस के पुलिसकर्मी ने जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन पर अपने घुटने रख दिए थे।
इस दौरान जॉर्ज फ्लॉयड के हाथ बंधे हुए थे, हाथों में हथकड़ी लगी थी लेकिन श्वेत पुलिसवाले ने करीब आठ मिनट तक अपना घुटना जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन पर रखा। इस दौरान जॉर्ज फ्लॉयड कहता रहा कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है लेकिन पुलिसकर्मी ने एक ना सुनी।
इस वीडियो के वायरल होने से अमेरिका में लोगों के बीच भारी रोष फैल गया था और अमेरिका के कई शहरों में दंगे भड़क उठे थे।
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— The Pulitzer Prizes (@PulitzerPrizes) June 11, 2021