
चक्रवात यास की तबाही के बाद पश्चिम बंगाल में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर आमना-सामना हुआ लेकिन पहले जैसी ‘तल्खी’ भी दिखाई दी । पीएम मोदी ने पहले ओडिशा में चक्रवात तूफान से हुए नुकसान का हवाई सर्वे किया उसके बाद बंगाल पहुंचे । इस दौरान पीएम मोदी ने भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी को भी आमंत्रित किया था। इसी बात पर ममता नाराज हो गईं। बता दें कि अधिकारी ने ममता को बंगाल की नंदीग्राम सीट से इस बार चुनाव ‘हरा’ दिया था । ओडिशा से हवाई सर्वे करके लौटे पीएम मोदी के साथ ममता का समीक्षा बैठक के दौरान आमना-सामना हुआ । लेकिन दोनों के रिश्तों में ‘गर्माहट’ नहीं आ सकी। दीदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समीक्षा बैठक के दौरान ‘आधे घंटे’ इंतजार भी करवाया। समीक्षा बैठक में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे । बैठक के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा, हिंगलगंज और सागर में समीक्षा बैठक के बाद मैं प्रधानमंत्री से कलाईकुंडा में मिलीं और उन्हें तूफान के बाद पश्चिम बंगाल की स्थिति से उन्हें अवगत कराया। समीक्षा बैठक में पहुंचते ही ममता ने चक्रवात से हुए नुकसान से संबंधित कागजात सौंपे इसके बाद ममता बनर्जी वहां से चलीं गईं। बैठक के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में यास चक्रवात तूफान से हुई तबाही की रिपोर्ट मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री को सौंप दी है, उन्होंने कहा कि पीएम ने बैठक बुलाई थी। मुझे नहीं पता था कि हमारी बैठक दीघा में है, मैं कलाईकुंड गई और पीएम मोदी को रिपोर्ट देते हुए उनसे दीघा और सुंदरबन के विकास के लिए 20 हजार करोड़ और 10 हजार करोड़ रुपये दोनों के लिए देने को कहा है।
बता दें कि इस बैठक के बाद पीएम मोदी हवाई सर्वेक्षण पर निकल गए। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए एक हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज का एलान किया है। इनमें तुरंत राहत के लिए 500 करोड़ ओडिशा को और 500 करोड़ रुपए बंगाल-झारखंड को दिए जाएंगे। यह रकम नुकसान के आधार पर दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने तीनों राज्यों को भरोसा दिया कि केंद्र सरकार इस मुश्किल वक्त में हर संभव मदद करेगी। पीएम मोदी को 30 मिनट इंतजार कराए जाने और उनके इस व्यवहार से भाजपा के नेता नाराज बताए जा रहे हैं । हालांकि अभी तक केंद्र सरकार के मंत्रियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। संभव है आज या कल तक इस पर भाजपा नेता जरूर अपना बयान देंगे। इससे पहले कोलकाता में बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान विक्टोरिया पैलेस के उद्घाटन के समय ममता बनर्जी और मोदी एक ही मंच पर मौजूद थे। वहां भी कुछ ऐसा हुआ था कि ममता बनर्जी बीच में ही चली गईं। दरअसल जब बनर्जी भाषण देने लगीं तो भीड़ में कुछ लोग ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने लगे। इससे चिढ़कर ममता बनर्जी ने बोलने से इनकार कर दिया। पिछले दिनों जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से कलेक्टरों से बात कर रहे थे तब भी ममता बनर्जी ने नराजगी जताई थी। उन्होंने कह दिया था कि इस बैठक में किसी को बोलने नहीं दिया जाता। ममता ने कहा था सभी मुख्यमंत्री पुतला बने बैठे रहते हैं। अभी तक बंगाल विधानसभा चुनाव शुरू हुई सियासत की जंग भाजपा और टीएमसी में खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।