
देश में अब ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस की दवा ‘एम्फोटेरिसिन बी‘ की किल्लत जल्द होगी दूर, तीन दिन में पांच और दवा कंपनियों को इसके उत्पादन की इजाजत मिली।
इस से पहले छह कंपनियां यह दवा बना रही थीं और अब इनके अलावा पांच और कंपनियों को दवा बनाने की इजाजत दे दी गई है :केंद्रीय रसायन व उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया

देश मे कोरोना की महामारी के बाद अब ब्लैक फंगस भी लोगों पर अपना कहर ढा रही है। इस समय देश के कई राज्यों में इस बीमारी को देखा जा रहा है। हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और उत्तर प्रदेश के बाद अब दिल्ली के भी ब्लैक फंगस के मामले सामने आए हैं। राजधानी के कई अन्य अस्पतालों में इस समय ब्लैक फंगस के लगभग 150 मामले हैं। इनमें सर गंगाराम अस्पताल में 30, एम्स में 25 लेडी हार्डिंग अस्पताल में 15 और विभिन्न निजी अस्पतालों में 80 मरीज भर्ती हैं। इनमें से अधिकतर पीड़ित मधुमेह की बीमारी से ग्रसित हैं। अस्पतालों में भर्ती हो रहे अधिकतर मरीजों को शुरूआती लक्षणों का नहीं पता था।
ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमायकोसिस के मरीज खास कर वही लोग ज्यादा हैं जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं और युवा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी युवाओं को अपनी चपेट में ज्यादा ले रही है।
क्या हैं ब्लैक फंगस के लक्षण:

- नाक बंद हो जाना
- नाक से खून या काला तरल पदार्थ निकलना
- आंखों में सूजन और दर्द
- पलकों का गिरना
- धुंधला दिखना
- नाक के आसपास काले धब्बे भी हो सकते हैं।
क्या करें एवं क्या नहीं करे
