Kartik Purnima – Deva-Diwali 2020: Significance, Date, Time, and Rituals

आज का दिन हिंदू धर्म के लिए विशेष माना जाता है क्योंकि आज कार्तिक पूर्णिमा है अर्थात आज कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि है। लाखों लोग इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करते है। इस कार्तिक स्नान से मनुष्य के सभी पाप धूल जाते हैं।
मान्यता यह भी है कि देवी-देवता अपनी दिवाली कार्तिक पूर्णिमा की रात को ही मनाते हैं और इसलिए इसे देव दीपावली भी कहते हैं, यह सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान और दान को अधिक महत्व दिया जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा के स्नान और दान का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा पर दीप दान का भी एक विशेष महत्व है, माना जाता है कि इस दिन दीप दान करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद मिलता हैं एवं ऐसा माना जाता है कि दीप दान करने पर जीवन में आने वाले परेशानियां दूर हो जाती है
वर्ष का आखिरी चन्द्रग्रहण आज
यह दिन इसलिए और भी खास इसलिए है क्योंकि इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भी आज ही लग रहा है । हालांकि भारत में कार्तिक यह नही दिखेगा।
शुभ मुहूर्त
आरंभ: 29 नवंबर 2020 को दोपहर 12 बजकर 47 मिनट से
समाप्त: 30 नवंबर 2020 को दोपहर 02 बजकर 59 मिनट तक
कार्तिक पूर्णिमा के मंत्र
ॐ सों सोमाय नम:।
ॐ विष्णवे नमः।
ॐ कार्तिकेय नमः।
ॐ वृंदाय नमः।
ॐ केशवाय नमः।